एक और फ्रिज में use होनेवाले कैपसिटर्स दो तरह के होते है । एक होता है स्टार्टिंग कैपसिटर्स, जिसकी वैल्यू होती है 82 हंड्रेड से 1.5 तक। जब मोटर 75 तक स्पीड पकड़ ले तो relay की मदद से वह बैंड किया जाता है।
दूसरा होता है रनिंग कैपसिटर्स, जिसकी वैल्यू होती है 25 mfd से 40 mfd तक।
अब जानते है कि उन्हें टेस्ट कैसे किया जाता है। इसके लिए आपके पास दो छोटी वायर्स होनी चाहिए स्क्रू ड्राइवर, एम्पीयर मीटर होना चाहिए। साथ मे यह काम सावधानी से करना चाहिए।
पहले बाये हाथ मे एक छोर की दोनों वायर्स पकड़ ले, अपना हाथ नंगी तार से दूर रखें। अब दूसरे हाथ से दूसरे छोर की दोनों वायर्स पावर बोर्ड में डालकर स्विच ऑन करे। कैपसिटर्स के दो टर्मिनल होते है,एक तार एक टर्मिनल में और दूसरा टार दूसरे टर्मिनल में 1-2 सेकण्ड्स के लिए डाले। बड़े टाइप की चिटट जैसी आवाज होती है। अब स्क्रू ड्राइवर लेकर उसे कैपसिटर्स के दोनों टर्मिनल्स से टच कराये। सप्प जैसी जोरसे आवाज होती है तो capaciter ok है औऱ काम आवाज आती है तो कैपसिटर्स लौ है जिसे मशीनमें उसे नही कर सकते।, और अगर आवाज ही नही आती तो कैपसिटर्स खराब है।
दूसरा होता है रनिंग कैपसिटर्स, जिसकी वैल्यू होती है 25 mfd से 40 mfd तक।
अब जानते है कि उन्हें टेस्ट कैसे किया जाता है। इसके लिए आपके पास दो छोटी वायर्स होनी चाहिए स्क्रू ड्राइवर, एम्पीयर मीटर होना चाहिए। साथ मे यह काम सावधानी से करना चाहिए।
पहले बाये हाथ मे एक छोर की दोनों वायर्स पकड़ ले, अपना हाथ नंगी तार से दूर रखें। अब दूसरे हाथ से दूसरे छोर की दोनों वायर्स पावर बोर्ड में डालकर स्विच ऑन करे। कैपसिटर्स के दो टर्मिनल होते है,एक तार एक टर्मिनल में और दूसरा टार दूसरे टर्मिनल में 1-2 सेकण्ड्स के लिए डाले। बड़े टाइप की चिटट जैसी आवाज होती है। अब स्क्रू ड्राइवर लेकर उसे कैपसिटर्स के दोनों टर्मिनल्स से टच कराये। सप्प जैसी जोरसे आवाज होती है तो capaciter ok है औऱ काम आवाज आती है तो कैपसिटर्स लौ है जिसे मशीनमें उसे नही कर सकते।, और अगर आवाज ही नही आती तो कैपसिटर्स खराब है।
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